दो माह भी नहीं टिका डामरीकरण, सड़क पर पड़ने लगे हैं फिर गड्ढे
भानु भट्ट/ केदारखण्ड एक्सप्रेस न्यूज़
बसुकेदार। वर्ष 2013 की आपदा में संकटमोचक साबित हुआ गुप्तकाशी-जखोली मोटरमार्ग कि वैसे तो लोक निर्माण विभाग ने पहले से ही अनदेखी की है। खस्ताहाल स्थिति में पहुंचे इस मोटरमार्ग पर ग्रामीणों के हो-हल्ले के बाद बीते वर्ष नवंबर माह में अत्याधिक खस्ताहाल हुए 15-16 किलोमीटर सड़क पर विभाग द्वारा डामरीकरण का कार्य तो किया गया लेकिन इस डामरीकरण में भी भारी भ्रष्टाचार की बू आ रही है। नतीजन यह डामरीकरण 2 माह भी नहीं टिक पाया है और सड़क पर किया गया डामर उखड़ कर बड़े-बड़े गड्ढों का आकार लेने लगा है।
अब इससे भ्रष्टाचार न कहे तो और क्या कहें जब लाखों रुपए खर्च कर बहुमुश्किल जिस सड़क पर डामरीकरण हुआ हो और वह 2 माह भी ना टिक पाया। इससे समझा जा सकता है कि विभाग ने मानकों को कैसे ताक पर रखा है। अब सड़क पर जगह-जगह गड्ढे पड़ने लगे हैं जिस कारण यह मोटर मार्ग पूर्व की भांति उबाड़ खाबड़ होने लगा है। स्थानीय लोगों ने इस घटिया गुणवत्ता को लेकर सवाल खड़े किए हैं और उन्होंने जल्द ही एक शिष्टमंडल जिलाधिकारी से मिलकर इस मोटर मार्ग पर हुए घटिया डामरीकरण की जांच करने की मांग की है।