ध्वस्त सिंचाई नहरें और आवारा पशुओं के उत्पात से गुस्साई महिलाएं गरजी शासन प्रशासन पर
सोनिया मिश्रा केदारखंड एक्सप्रेस
गौचर/चमोली। लंबे समय से जहां-तहां क्षतिग्रस्त हो रखी सिंचाई नहरों को ठीक न किए जाने वह आवारा पशुओं द्वारा काश्तकारों की फसलों को व्यापक पैमाने पर नुकसान पहुंचाने से गुस्साई महिलाओं ने शासन प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की व स्थिति में जल्द सुधार न किए जाने पर उग्र आंदोलन की चेतावनी दी है।
लड़खड़ाती सिंचाई व्यवस्था व आवारा पशुओं द्वारा फसलों को नुकसान पंहुचाये जाने से गुस्साऐ काश्तकारों ने शासन- प्रशासन के खिलाफ जमकर नारेबाजी की तथा चेतावनी देते हुये कहा कि शासन - प्रशासन ने समय रहते सिंचाई नहरों की दशा में सुधार लाने के साथ - साथ आवारा खच्चर स्वामियों पर आवश्यक कार्यवाही नहीं की तो वे आन्दोलन को विवश हो जायेंगे।
विरोध प्रदर्शन व नारेबाजी का नेतृत्व कर रही महिला संगठन बन्दरखंड की अध्यक्षा विजया गुसाई,लक्ष्मी कनवासी, संतोषी कनवासी, पूनम कनवासी, राजेश्वरी बिष्ट, जमोत्री कनवासी, अखिलेश कनवासी, बीना चौहान, मदन चौहान, जसोदा गुसाई आदि काश्तकारों का कहना है कि सरकार काश्तकारों की आय दोगुनी करने की बात तो कर रही है, लेकिन जिस प्रकार से सिंचाई नहरों की हालत बद से बदतर हो रखी है इससे सरकार की यह योजना वेईमानी सावित हो रही है वहीं दूसरी ओर खच्चर स्वामी खान - खनन कर जहां लाखों का राजस्व का चूना लगा रहे हैं, वहीं फसलों को भी भारी नुकसान पंहुचा रहे हैं।
महिला संगठन की अध्यक्षा विजया गुसाई ने कहा कि काश्तकार लम्बे समय से क्षतिग्रस्त पनाई सिंचाई नहर के मरोमत किये जाने की मांग कर रहे हैं लेकिन काश्तकारों की इस जायज मांग को सुनने को शासन प्रशासन तैयार नहीं है। चेतावनी देते हुये कहा गया है कि उनकी मांगों पर शीघ्र बिचार नहीं किया गया तो वे क्षेत्र भ्रमण पर आ रहे सिंचाई मंत्री सतपाल महाराज का भी घेराव किया जायेगा।