मजबूत और दृढ़ इच्छाशक्ति से डभरा सौराल के ग्रामीण सरकार को दिखा रहे हैं आईना
हीरा सिंह नेगी/केदारखण्ड एक्सप्रेस
अल्मोड़ा। जब सरकारों ने दिखाई बेरुखी और जनप्रतिनिधियों ने मोड़ा मुंह तो ग्रामीणों ने खुद ही उठाया फावड़ा बेलचा और सड़क की खुदाई पर लग गए। आजादी के 74 सालों से जो ग्रामीण सरकारों जनप्रतिनिधियों और विभागों के चक्कर काटते काटते सड़क की मांग के लिए अपनी एड़ियां रगड़ चुके हैं बावजूद सड़क का सपना बस सपना बनकर रह गया तो अल्मोड़ा के विकासखंड सल्ट के डभरा सौराल के ग्रामीणों ने मजबूत इच्छाशक्ति दिखाते हुए श्रमदान के जरिए सड़क बनाने का बीड़ा उठाया और सरकार को आईना दिखाया।
डभरा सौराल अल्मोड़ा जिले का एक सुंदर गांव है जो कार्बेट नेशनल पार्क से सटा प्राकृतिक सौंदर्य से भरपूर गांव है, लेकिन दुर्भाग्य तो देखिए आजादी से 74 साल बाद भी यह गांव मूलभूत सुविधाओं से वंचित हैं। एक तरफ मूलभूत सुविधा नहीं होने की वजह से गांव के लोग पलायन करने को मजबूर है तो वहीं जो ग्रामीण गांव में हैं वो आज भी सड़क का इंतजार कर रहे हैं।
स्थिति यह कि ग्रामीण, बुजुर्ग बीमार और गर्भवती महिलाओं को 9 किमी ऊबड़-खाबड़ रास्ते से पैदल चलकर खटिया पर सड़क तक पहुंचते हैं। उसके बाद सड़क मार्ग से 40 किमी दूर रामनगर बाजार अस्पताल में पहुंचाया जाता है।
ग्रामीणों ने जनप्रतिनिधि और क्षेत्र विधायक से लेकर जिला अधिकारी उप जिला अधिकारी एवं पटवारी तक से मिल चुके हैं लेकिन आश्वासन के सिवाय कुछ नहीं मिला है केवल वोट मांगते समय सड़क बनाने का वादा हर हर बार किया जाता रहा हैं, लेकिन तमाम कठिनाइयों को झेलते हुए अब ग्रामीणों ने खुद ही फावड़ा उठा कर सड़क बनाने का जिम्मा उठाया है। इस काम में बच्चों से लेकर 80 साल के बुजुर्ग भी जुटे हैं। ग्रामीणों को उम्मीद है कि अब उनका जज्बा गांव तक सड़क बना के सपने को पूरा करेगा साथ ही ग्रामीण हर गांव सड़क की बात याद दिलाते हुए सरकार से ग्रामीणों के सहयोग की मांग कर रहे हैं क्योंकि ग्रामीणों का कहना है कि सड़क मार्ग काफी लम्बा है जिसे बनाने में कई तरह की समस्याएं भी हैं ग्रामीणों के काम में उलझने पैदा करेगी
सैकड़ों परिवारों से जुड़े इस मार्ग को बनाने के लिए स्थानीय। जनप्रतिनिधि और विधायक हर बार सड़क बनाने का वादा करते हैं और फिर कभी मुंह तक नहीं दिखाते है ग्रामीणों ने इस मामले में सोशल मीडिया पर पोस्ट करके स्थानीय विधायक जी को उनका नाम लेकर उनका किया वादा भी याद दिलाया। ग्रामीणों ने बताया कि सड़क हम जरूर बना लेंगे लेकिन बड़े बड़े वादे करने वाले विधायक और जनप्रतिनिधि कल के दिन इस सड़क से किस मुंह से वोट मांगने आएंगे
No comments:
Post a Comment