![]() |
भारतीय स्टेट बैंक रुद्रप्रयाग के शाखा प्रबंधक आर एस राणा व अन्य अधिकारियों के साथ गरीब को राशन वितरित करते हुए |
मुश्किल घडी में भारतीय स्टेट बैंक का गरीबों को भोजन उपलब्ध करवाने का अभियान निरंतर जारी
-डेस्क : केदारखंड एक्सप्रेस न्यूज रुद्रप्रयाग। भारतीय स्टेट बैंक रुद्रप्रयाग की विभिन्न शाखाओं द्वारा लगातार लाकडाउन में गरीबों और जरूरतमंद परिवारों को खाद्यान्न सामग्री उपलब्ध करवाने का अभियान निरंतर जारी है। हर रोज भारतीय स्टेट बैंक की शाखायें रुद्रप्रयाग जनपद के अलग-अलग गाँवों में गरीब असहाय, मजदूरों को राशन की व्यवस्था कर रहा है।
बीते 11 अप्रैल को भारतीय स्टेट बैंक ऊखीमठ द्वारा दूसरी बार करोना वायरस लाकडाउन मे जरूरत मदों को राहत के तौर पर राशन बांटा। जिसमे ग्राम मंगोली, चुन्नी, डंगवाडी के जरुरतमंदो के अतिरिक्त नजीबाबाद के मजदूर भी शामिल थे। बैंक शाखा प्रबंधक और समस्त स्टाफ कर्मचारियों के इस योगदान की लोग भूरी भूरी प्रसंसा कर रहे हैं।
इसी क्रम में मुख्य प्रबंधक आर एस राणा, रुद्रप्रयाग शाखा द्वारा ग्राम रतूड़ा के 13 निर्धनतम परिवारों को राशन वितरित किया गया। इस अवसर पर सहायक महाप्रबंधक लीड बैंक, एस के शर्मा, निदेशक अर्सेटी,डी सी एस नेगी, प्रधान, ग्रामसभा रतूड़ा, सामाजिक कार्यकर्ता सरला खंडूरी व अन्य ग्रामीण जन उपस्थित थे। रूद्रप्रयाग शाखा द्वारा इससे पूर्व भी कई ग्रामीण अंचलों में इसी तरह खाद्यान्न सामग्री का वितरण किया जा चुका है। भारतीय स्टेट बैंक भीरी, द्वारा भी कोरोनावायरस COVID-19 की वैश्विक महामारी से निपटने व सरकार द्वारा घोषित लॉकडॉउन का पालन करने हेतू ग्राम धर्साल, काकोला जनपद रुद्रप्रयाग के अति निर्धन व्यक्तियों व ध्याड़ी मजदूरों को राहत सामग्री - राशन वितरण किया गया, SBI बैंक शाखा भीरी द्वारा समाज सेवा में इस प्रयास की लोग सराहना कर रहे हैं।
इसी कडी में आज भारतीय स्टेट बैंक सुमाड़ी भरदार द्वारा ग्राम शीशों, रुद्रप्रयाग के निवासियों को COVID-19 वायरस के संक्रमण से बचने के लिए सामाजिक दूरी का पालन करने तथा अन्य बचाव के तरीके समझाए गए । वहीं कुछ जरूरतमंद परिवारों को राशन वितरण भी किया गया ।
कोरोना जैसी वैश्विक महामारी के इस संकटकाल में भारतीय स्टेट बैंक रुद्रप्रयाग द्वारा जनपद में जरुरतमंदो को राशन देने का जो अभियान चलाया जा रहा है वह वास्तव में काबिले तारीफ है। इस मुश्किल घडी में लोगों को जागरूक करने साथ असहायो की मदद का बीडा निश्चित तौर पर अनुकरणीय है।