कुदरत की बेरहम मार ने पहले गरीब ललिता के पति को छीना, अब उसे पहुंचा दिया अस्पताल में। दो अबोध बच्चों के लालन-पालन के मदद की दरकार
पोखरी। कभी-कभी कुदरत इतना निर्दई और क्रूर हो जाता है कि वह इंसान को जीते जी मार देता है। ऐसे ही कुदरत की दोहरी मार की शिकार हुई हैं जनपद चमोली के विकासखंड पोखरी के गनियाला-हरिशंकर गांव निवासी ललिता देवी।
3 साल पहले ललिता देवी के पति दर्शन सिंह बर्त्वाल (34) की दोनों किडनी खराब हो गई। किसी तरह ध्याङी-मजदूरी करके अपने परिवार का गुजर-बसर कर रहा दर्शन सिंह पैसो के अभाव में अपनी बीमारी का इलाज नहीं करवा पाए और इलाज के अभाव में वह सदा के लिए इस दुनिया को छोड़ गए। उनके पीछे पत्नी ललिता देवी और दो अबोध बच्चे भी छूट गये। पति की मौत के बाद ललिता देवी किसी तरह अपने बच्चों को पाल ही रही थी कि 2 फरवरी को चारा-पत्ती काटने गई ललिता पेड़ से नीचे गिर गई। इस हादसे में ललिता देवी की रीढ़ की हड्डी टूट गई। ग्रामीणों की मदद से सीएससी पोखरी अस्पताल ले जाया गया वहां से उन्हें श्रीनगर के लिए रेफर कर दिया गया और फिर ऋषिकेश एम्स के लिए वे रेफर हो गई। हालांकि यहां स्वास्थ्य कार्ड पर इनका इलाज चल रहा है लेकिन लेकिन डॉक्टर भी अभी पूरी तरह से जवाब नहीं दे पा रहे हैं कि वह ठीक हो पाएगी या आजीवन बिस्तर पर ही पड़े रहेगी। ललिता देवी के सामने सबसे बड़ी चुनौती अब अपने दो बच्चों के लालन-पालन और उनकी शिक्षा-दीक्षा की है।
हालाकि पोखरी के भरत सिंह चौधरी के नेतृत्व में युवाओं की एक टीम इस गरीब हालातों की मारी महिला की मदद के लिए चंदा इकट्ठा जरूर कर रहे हैं और लोगों से अपील कर रहे हैं कि लोग अपने सामर्थ्य के अनुसार इस गरीब महिला की जरूर मदद करें। केदारखंड एक्सप्रेस भी आप सभी से निवेदन करता है कि आप जरूर इस महिला की मदद के लिए आगे आए।
- मदद करने के लिए सम्पर्क करें :
- मो : 7409124917
- खाता संख्या: 20116615336
- शिव सिंह चौधरी
- स्टेट बैंक ऑफ़ इंडिया पोखरी