सोशल मीडिया में राष्ट्र पिता महात्मा गांधी को दी जा रही जमकर गाली, कहीं रावण की संज्ञा तो कही बकरी का आशिक कहा जा रहा
रूद्रप्रयाग। सोशल मीडिया चाहे व्हाट्सएप हो या फिर फेसबुक हर जगह गाहे-बगाहे महात्मा गांधी के प्रति असभ्य शब्दों के साथ टिप्पणीयां पहले भी देखी और पढी गई हैं। लेकिन दो अक्टूबर यानी जैसे ही गांधी जयंती नजदीक आई तो कुछ लोगों द्वारा व्यापक रूप से महात्मा गांधी पर भद्दी-भद्दी टिप्पणियां की जा रही हैं। आलम यह है कि गाँधी के हत्यारे नाथूराम गोडसे को हीरो करार देते हुए उसकी जमकर तारीफ की जा रही है, जबकि महात्मा गांधी को कहीं रावण तो कहीं बकरी के आशिक की संज्ञा दी जा रही है। लेकिन सोशल मीडिया पर निरंकुश हो रखे इन असामाजिक तत्वों के खिलाफ कोई कार्रवाई न होना इनके हौसलों को और बुलंद कर रहे हैं। स्थिति इतनी विकट हो चली है कि सोशल मीडिया पर महात्मा गांधी के प्रति अश्लील टिप्पणी करने में भी ये अराजक तत्व कोई गुरेज नहीं कर रहे हैं। अराजक तत्व कहता है पहले मोदी के लिए लड़, अब नाथूराम गोडसे के लिए। इसके अलावा इतनी भद्दी और असभ्य टिप्पणीयां की जा रही हैं जिन्हें हम कभी सपने में भी नहीं दोहरा और सोच सकते हैं।
सत्य, अहिंसा, स्वराज्य, सुराज का मंत्र देने राष्ट्रपिता महात्मा गांधी जी के बारे में फैलाये जा रहे झूठ फरेब और अश्लील टिप्पणियों से न केवल महात्मा गांधी की छवि को धूमिल किया जा रहा है बल्कि आने वाली पीढ़ियों के लिए महात्मा गांधी को एक विलेन के रूप में भी दर्शाया जा रहा है। निश्चित ही अगर इन अराजक तत्वों के खिलाफ कार्रवाई नहीं की गई तो तो आने वाले दिनों में महात्मा गाँधी के प्रति इससे भी बुरी टिप्पणियां देखने को मिलेंगी।