तो क्या बच्चा चोर की खबर झूठी थी? बहुरूपिये कि पहचान नहीं कर सकी जोशीमठ पुलिस
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पुलिस की गिरफ् में बहुरूपिया आरोपी |
-रघुवीर नेगी/केदारखण्ड एक्सप्रेस
जोशीमठ। शुक्रवार को जोशीमठ के नटराज चैक के पास स्थानीय लोगो ंव व्यापारियों द्वारा महिला के भेष बनाकर किन्नर रूप में घूम रहे बच्चा चोर समझकर पकड़ा था। उक्त व्यक्ति द्वारा भी यह स्वीकार किया जा रहा था कि उसने तीन बच्चों को चमोली से अगवा किया है। मौके पर पहुंची जोशीमठ पुलिस ने उक्त व्यक्ति को अपने कब्जे में लेकर थाने ले गई। यहां गहनता से पुलिस द्वारा पूछताछ की गई तो उक्त बहुरूपिये द्वारा पुनः वहीं तीन बच्चों को चोरी करने का बयान दिया गया। जबकि अपना नाम-पता भी बदल बदल कर दे रहा था। जोशीमठ पुलिस ने चमोली पुलिस से सम्पर्क स्थापित किया और उक्त मामले में जांच की गई लेकिन कहीं से भी बच्चे चोरी होने की कोई भी तथ्य प्रकाश में नहीं आया। लिहाजा पुलिस को उक्त संदिग्ध व्यक्ति द्वारा दिए गए बयान झूठे और निराधार पाये गए।
संदिग्ध व्यक्ति द्वारा अनर्गल बयानबाजी तथा नाम पता बदल कर बताना, बिना आईडी के बताना तथा पूछताछ पर संदिग्ध का आक्रोशित हो जाना उक्त तथ्यों के आधार पर संदिग्ध के विरूद्ध उक्त धाराओं में कार्यावाही कर जेल भेज दिया गया। जोशीमठ पुलिस ने बच्चा चोरी की घटना को मात्र अफवाह और निराधार बताया। लेकिन सबसे बड़ा सवाल तो यह है कि इस व्यक्ति की अब तक पुलिस पहचान नहीं कर पाई है। ऐसे यह प्रश्न उठना भी स्वाभाविक है कि ऐसे न जाने कितने बहुरूपिये हमारे आसपास पहचान छुपाकर घूम रहे हैं जो किसी भी घटना को अंजाम दे सकते हैं।